ग्राम ढोलमौहा में परंपरा और उमंग के साथ मनाया गया विजयादशमी पर्व

ग्राम ढोलमौहा में परंपरा और उमंग के साथ मनाया गया विजयादशमी पर्व

मनहरण कश्यप की खास रिपोर्ट 

विकासखंड कोटा के ग्राम ढोलमौहा में इस वर्ष भी विजयादशमी पर्व पूरे उत्साह, उल्लास और परंपरागत रीति-रिवाजों के साथ धूमधाम से मनाया गया। सुबह से ही गांव का वातावरण भक्ति और उत्सव की भावना से सराबोर रहा।

ग्रामीणों पर्व की शुरुआत भजन-कीर्तन यात्रा से की। यात्रा के साथ गांववासी देवालय पहुंचे और ग्राम देवताओं की विधिवत पूजा-अर्चना कर गांव की सुख-समृद्धि, शांति और मंगलकामना की। पूजा के उपरांत बच्चों और युवाओं द्वारा सजाई गई आकर्षक रामस्वरूप झांकियों का प्रदर्शन किया गया, जिसने उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद भगवान श्रीराम के स्वरूप में सजे बच्चों द्वारा रावण दहन का मंचन किया गया। इस दौरान डीजे की धुनों और "जय श्रीराम" के जयघोष से पूरा वातावरण गूंज उठा।
पर्व का मुख्य आकर्षण 15 फीट ऊँचे रावण पुतले का दहन रहा, जिसे ग्रामीण युवाओं और बच्चों ने मिलकर तैयार किया था। सायंकाल जब पुतले को अग्नि दी गई तो आतिशबाज़ी और जयघोषों के बीच पूरा गांव उत्साह से झूम उठा।
विजयादशमी के अवसर पर परंपरा अनुसार ग्रामीणों ने एक-दूसरे को सोनपत्ती भेंट कर भाईचारे, सौहार्द और मित्रता का संदेश दिया। छोटे-बड़े सभी ने मिलकर इस पर्व को खास बनाया। बच्चों ने बड़ों का आशीर्वाद लिया और बुजुर्गों ने सभी को मंगलकामनाएँ दीं।

गांव के युवाओं, महिलाओं और बच्चों की सक्रिय भागीदारी से सम्पन्न हुआ यह पर्व ढोलमौहा की एकजुटता और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का जीवंत उदाहरण बना।

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