वैद्य अवधेश कुमार कश्यप को मिला “बेस्ट हीलर नेशनल अवार्ड 2025” — देशभर में कुर्मी समाज और छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ाया

वैद्य अवधेश कुमार कश्यप को मिला “बेस्ट हीलर नेशनल अवार्ड 2025” — देशभर में कुर्मी समाज और छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ाया

संपादक -मनहरण कश्यप की विशेष रिपोर्ट 

नई दिल्ली / रतनपुर  --------   भारत सरकार द्वारा वर्ष 2025 के लिए घोषित “वैद्य के अवार्ड – राष्ट्रीय पुरस्कार” में छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य वैद्य अवधेश कुमार कश्यप को “बेस्ट ट्रेडिशनल हीलर” श्रेणी में चयनित किया गया है। यह सम्मान उन्हें जामिया हमदर्द विश्वविद्यालय, नई दिल्ली में आयोजित भव्य कार्यक्रम में आयुष मंत्रालय के सचिव एवं प्रतिष्ठित आयुर्वेदाचार्य वैद्य राजेश कोटेचा जी के करकमलों से प्रदान किया गया।
पूरे देश के लगभग 18 लाख वैद्यों में से इस वर्ष केवल वैद्य अवधेश कुमार कश्यप को यह राष्ट्रीय सम्मान मिला है, जो न केवल उनके समर्पण और परिश्रम का प्रतीक है बल्कि छत्तीसगढ़ राज्य, बिलासपुर जिले के टेंगनमाडा़ व रतनपुर नगर तथा कुर्मी समाज के लिए भी एक गौरवपूर्ण क्षण है।
वैद्य अवधेश कुमार कश्यप पिछले 25 वर्षों से निरंतर आयुर्वेद चिकित्सा के क्षेत्र में सेवा दे रहे हैं। उन्होंने विशेष रूप से हड्डी रोग पर गहन शोध कर असाध्य रोगों के उपचार में नई दिशा दी है। उनके उपचार पद्धति में जड़ी-बूटी, पंचकर्म एवं पारंपरिक औषधि विज्ञान का अद्भुत समन्वय देखने को मिलता है। वे अब तक हजारों रोगियों को प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से पूर्ण रूप से स्वस्थ कर चुके हैं।
उन्होंने न केवल चिकित्सा क्षेत्र में अपना योगदान दिया है, बल्कि सैकड़ों युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें आयुर्वेद एवं जड़ी-बूटी विज्ञान से जोड़ने का कार्य भी किया है। उनके मार्गदर्शन में तैयार हुए कई प्रशिक्षार्थी आज ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में आयुर्वेदिक उपचार के प्रसार में योगदान दे रहे हैं।

कार्यक्रम में शामिल गणमान्य अतिथियों ने कहा कि  “वैद्य अवधेश कुमार कश्यप का योगदान केवल आयुर्वेद तक सीमित नहीं है, बल्कि यह लोक-स्वास्थ्य और पारंपरिक चिकित्सा के पुनर्जागरण का प्रतीक है। उन्होंने सिद्ध किया है कि यदि निष्ठा और सेवा भाव हो तो गांव से भी वैश्विक पहचान बनाई जा सकती है।”
इस अवसर पर वैद्य अवधेश कुमार कश्यप ने कहा “यह सम्मान केवल मेरा नहीं, बल्कि उन सभी पारंपरिक वैद्यों, मेरे गुरुओं, परिवार, और मेरे समाज का है जिन्होंने सदैव मुझे प्रेरित किया। मेरा उद्देश्य है कि आयुर्वेद की परंपरा को नई पीढ़ी तक वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ पहुँचाया जाए।”

उनकी इस राष्ट्रीय उपलब्धि से रतनपुर, बेलगहना, टेंगनमाड़ा क्षेत्र सहित पूरे छत्तीसगढ़ में हर्ष और गर्व का माहौल है। समाज के लोगों ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि वैद्य अवधेश कुमार कश्यप ने अपने कर्म, सेवा और समर्पण से कुर्मी समाज के साथ-साथ प्रदेश और देश का नाम ऊँचा किया है।

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