शिक्षकों के अभाव में शासकीय हाई स्कूल कोंचरा 14 वर्षों से गणित शिक्षक से वंचित

शिक्षकों के अभाव में शासकीय हाई स्कूल कोंचरा 14 वर्षों से गणित शिक्षक से वंचित

कोंचरा से बैजनाथ पटेल की रिपोर्ट 

मुख्य संपादक - मनहरण कश्यप 

कोटा/बेलगहना---- शिक्षा सत्र 2025-26 की शुरुआत को एक महीना बीत चुका है, लेकिन कोटा विकासखंड अंतर्गत ग्राम कोंचरा स्थित शासकीय हाई स्कूल में अब भी पर्याप्त शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पाई है। खासकर गणित जैसे महत्वपूर्ण विषय का शिक्षक विद्यालय में 14 वर्षों से अनुपस्थित है, जिससे छात्रों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
विद्यालय प्राचार्य राकेश कुमार पैकरा ने जानकारी देते हुए बताया कि यह हाई स्कूल वर्ष 2011 से संचालित हो रहा है, लेकिन आज तक विषयवार शिक्षक उपलब्ध नहीं हो पाए हैं। उन्होंने कई बार उच्च अधिकारियों को लिखित व मौखिक रूप से शिक्षक नियुक्ति की मांग की है, परंतु अब तक कोई ठोस पहल नहीं की गई है। इससे न केवल छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, बल्कि परीक्षाओं के समय उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

छात्रों की संख्या अधिक, शिक्षक कम

विद्यालय में छात्रों की संख्या के अनुपात में शिक्षकों की संख्या बहुत कम है। यह स्थिति केवल कोंचरा तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे क्षेत्र के शासकीय विद्यालयों की यही कहानी है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की बजाय स्कूल केवल औपचारिकता निभा रहे हैं, जिससे पालकों का सरकारी स्कूलों से भरोसा टूट रहा है।

ग्रामवासियों की नाराजगी, जनप्रतिनिधियों ने दी चेतावनी
विद्यालय में शिक्षकों की कमी को लेकर ग्रामवासियों ने खंड शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर कड़ी नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि पर्याप्त शिक्षक न होने से बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना असंभव हो गया है। यदि शीघ्र शिक्षक नियुक्त नहीं किए गए तो ग्रामवासी आंदोलन करने को बाध्य होंगे।

"सरकार की शिक्षा नीति विफल" – रोहिणी यादव

जनपद सदस्य रोहिणी रामकृपाल यादव ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा,

> "छत्तीसगढ़ में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। सरकार की नीति और नियत स्पष्ट रूप से असफल नजर आ रही है। शिक्षा के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है, जिससे बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है।"

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