सेवा सहकारी समितियों में यूरिया खाद नहीं, किसान परेशान

सेवा सहकारी समितियों में यूरिया खाद नहीं, किसान परेशान


कोंनचरा से बैजनाथ पटेल की रिपोर्ट 

प्रबंध संपादक - मनहरण कश्यप 

बेलगहना। क्षेत्र में धान की रोपाई का कार्य पूरा हो चुका है और अब फसल में खाद डालने का समय है, लेकिन सेवा सहकारी समिति बेलगहना, मिट्ठू नवागांव और केदा समिति में यूरिया खाद उपलब्ध नहीं है। खाद की किल्लत से किसान परेशान हैं और कई दिनों से समितियों के चक्कर लगाने के बावजूद उन्हें खाद नहीं मिल रहा है।

किसानों का कहना है कि यूरिया खाद की तत्काल जरूरत है, लेकिन सेवा सहकारी समितियों से उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ रहा है।

ब्लैक मार्केटिंग का आरोप

किसानों ने आरोप लगाया कि दुकानदारों द्वारा यूरिया खाद खुलेआम ब्लैक में बेचा जा रहा है। अपरिचित किसानों को खाद नहीं दिया जा रहा, जबकि परिचितों को चुपके-चुपके मनमानी दरों पर खाद बेचा जा रहा है। एक बोरी यूरिया खाद के लिए ₹800 से ₹1000 तक वसूले जा रहे हैं। इतना ही नहीं, किसानों ने बताया कि कई दुकानदार रात के अंधेरे में गुपचुप तरीके से खाद की बिक्री कर रहे हैं।

धान की फसल के लिए इस समय यूरिया खाद का छिड़काव अत्यंत जरूरी है, लेकिन किसानों को समय पर खाद न मिलने से फसल प्रभावित होने का खतरा है।

किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि यूरिया खाद की कालाबाजारी पर रोक लगाई जाए और सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से उन्हें शीघ्र उचित दर पर खाद उपलब्ध कराया जाए।

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