सरस्वती शिशु मंदिर रतनपुर में हर्षोल्लास के साथ गणतंत्र दिवस संपन्न
सरस्वती शिशु मंदिर रतनपुर में गणतंत्र दिवस समारोह रोटेरियन रूपेश श्रीवास्तव जी सहायक प्रांतपाल रोटरी 3261 के मुख्य आतिथ्य एवं विद्यालय के अध्यक्ष श्रीयुत् प्रमोद अग्रवाल की अध्यक्षता मे संपन्न हुआ इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में सर्वश्री हेमंत खन्ना जी संस्थापक कपिराज चैरिटेबल ट्रस्ट नई दिल्ली, विद्यालय के व्यवस्थापक डाँ. सुनील जायसवाल,सह व्यवस्थापक सुरेश सोनी, एवं पंडित लोकेश्वर तिवारी मंच पर विराजमान रहे.माननीय अतिथि गणों द्वारा ध्वजारोहण कर दीप प्रज्वलन करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया पूजन पश्चात विद्यालय परंपरा अनुसार अतिथि गणों का रोली तिलक पुष्पगुच्छ श्रीफल और शाल से विद्यालय के प्राचार्य मुकेश श्रीवास्तव के साथ आचार्य परिवार ने सम्मान किया.
विद्यालय के व्यवस्थापक डाँ. सुनील जायसवाल जी प्रस्तावित भाषण सह स्वागत भाषण प्रस्तुत किया
*सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों ने बिखेरी इंद्रधनुषी छटा*
विद्यालय के भैया बहनों द्वारा राजकीय गीत अरपा पैरी के धार से छत्तीसगढ़ महतारी की वंदना करते हुए अनेकता मे एकता के भाव को बच्चों ने अपने नृत्य मे प्रस्तुत कर सबका दिल जीत लिया।
गरबा, कश्मीरी नृत्य, रावत नाच, पंथी नृत्य ने दर्शको को ताली बजाने पर मजबूर कर दिया।
*भारतीय सविधान के आदर्शो को आत्मसात करने की जरूरत है -:रूपेश श्रीवास्तव*
इस अवसर पर माननीय मुख्य अभ्यागत महोदय ने गणतंत्र दिवस के पावन पर्व पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए भैया बहनों से अपील किया कि हम भारत के सच्चे सपूत तभी बन सकते हैं जब ऐसे पावन प्रसंग के महत्व को अपने जीवन में धारण करते हुए स्वयं सविंधान के आदर्शो को हमे दिल मे बसाना चाहिए ऐसे पुनीत अवसर पर अपनी सहभागिता से अभिभूत होकर विद्यालय मे सभाकक्ष निर्माण रोटरी क्लब द्वारा कराने की घोषणा की.।
अपने अध्यक्षीय आशीर्वचन में श्री प्रमोद अग्रवाल जी ने कहा कि वास्तव में भारत विविधताओं का देश है जिसकी झलक आज के सांस्कृतिक कार्यक्रम में बखूबी देखने को मिला अंत सभी बाल कलाकारों मंचस्थ अतिथियों ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य श्री योगेश गुप्ता द्वारा किया गया एवं विद्यालय के प्राचार्य मुकेश श्रीवास्तव ने सभी अतिथि गणों,गणमान्य नागरिकों, अभिभावकों, एवं कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों के प्रति आभार माना सर्वे भवंतु सूखिनःके समवेत गायन से कार्यक्रम का समापन हुआ
0 Comments